भगवान राम के जन्म पर घर घर बंटी मिठाईयां
बांसड़ा,कन्हैयालाल मेनारिया । राम कथा के चौथे दिन साध्वी अनुराग ज्योति जी ने भगवान श्री राम जी के जन्म की महिमा का वर्णन किया । भगवान श्री राम का चैत्र कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि के दिन सरयू नदी के किनारे बसी अयोध्यापुरी में राजा दशरथ के घर में भगवान श्री राम का जन्म ईसा पूर्व यानी लगभग 9349 वर्ष पूर्व बताया, साध्वी जी कथा में बताया हैं कि भगवान श्री राम 11 हजार वर्षों तक जिंदा वर्तमान रहे। परंपरागत मान्यता अनुसार द्वापर युग के 8,64,000 वर्ष + राम की वर्तमानता के 11,000 वर्ष + द्वापर युग के अंत से अब तक बीते 5,121 वर्ष = कुल 8,80,111 वर्ष ।

रामायण के अनुसार श्री राम जी का असली नाम राम ही है। उन्हें दशरथनन्दन, कोदंडधारी, रघु, राघव, सियापति, अयोध्यापति, अवधेश ऐसे कई नामों से भी जाना जाता है , साथ ही गाय की महिमा का भी विस्तार से वर्णन किया मान्यता के अनुसार गाय में 33 करोड़ देवताओं का वास होता है, गौ पूजन से सभी देवता होते है प्रसन्न का प्रसंग भी सुनाया गया । पंचायत समिति सदस्य भरतकुमार व्यास ने बताया की कथा के चौथे दिन कथा पूरी होने तक पंडाल खचाखच भरा हुआ रहा, कथा एवं आरती के बाद अंत में प्रसाद वितरण किया गया । इस अवसर पर बजरंग सेवा समिति की कार्यकारिणी के सभी सदस्य एवं के वरिष्ठजन मौजूद रहे ।
