संत किसी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं होते संत एक मर्यादा होता है जो की लोक कल्याण की भावना को लेकर अपना पुरा जीवन गुजार देते है : विधायक गोपीचंद मीणा
मानगढ़ धाम की यात्रा को लेकर बोले विधायक
तुम्हारे भाव को शुद्ध कर दो उस धरती को शुद्ध करने की कोई आवश्यकता नहीं है : विधायक गोपीचंद मीणा
साबला । आसपुर विधानसभा के विधायक गोपीचंद मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बांसवाडा जिले में 3 जुलाई को मानगढ़ धाम पर शहिद होने वालो को याद करने के भव्य बाइक रैली व संदेश यात्रा निकाली गई थी।इसको लेकर भारतीय ट्राइबल पार्टी के कुछ नेताओ ने इस पर कुछ आरोप लगाए हैं उनको में कहना चाह रहा हुं की वो तो खुद शुरू है नहीं और उनके जितने भी आरोप है हमारे साधु संत महात्मा पर लगाया जा रहा है और हमारे जो मानगढ़ धाम की धुणी जो थी वो इनके अपमानित शब्दों द्वारा अपवित्र हो गई। इन्होंने हमारे संतों को अपमानित किया है में बताना चाहुंगा की संत जो होता है वो किसी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा नहीं होता संत एक मर्यादा होता है जो की लोक कल्याण की भावना को लेकर अपना पुरा जीवन गुजार देते हैं। इन्होंने जिन शब्दों से संतो का अपमान किया है वो शब्द उन्हें वापस लेने पड़ेंगे।क्योंकी वो तो धर्म को मानते ही नहीं है और वहां पर जाकर इस प्रकार की बात करने की आवश्यकता ही नहीं आ रही है।सभी आदिवासी एक ही है हमारे जो गुरु गोविंद ने एक समय पर मानगढ़ धाम पर एक अलख जगाई थी और पुरे संभाग सहित, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश को जगाकर एक क्रांतिकारी आंदोलन चलाया था और इस देश को आजाद कराने में उन्होंने पुरी ताकत लगाई थी।उसी को लेकर हमारे लोगों ने वहां पर यज्ञ किया था, हवन किया था उस समय कम से 1500-2000 लोगों को अंग्रेजो ने भुन दिया था उनकी याद में हम सभी पुष्पांजलि अर्पित कर रहे थे।इस बात को लेकर हमें जो अपमानित शब्द बोले है वो बहुत ही ग़लत है।और में बीटीपी के जितने भी नेता हैं उनको कहना चाहूंगा की आपका तुम्हारे भाव को शुद्ध कर दो उस धरती को शुद्ध करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
इनपुट : प्रवीण कुमार कोठारी