सुखाडिया विश्वविद्यालय मे ग्लोबल महासभा द्वारा प्राकृत व जैनोलोजी हेतु प्राकृत भाषा भवन का भूमि पूजन सम्पन्न
विधायक गुलाबचंद कटारिया ने विधायक मद से 30 लाख देने की घोषणा की
उदयपुर,कन्हेयालाल मेनारिया । इंस्टीट्यूट ऑफ जैनविद्या एवं प्राकृत विभाग के अंतर्गत जमनालाल जैन हपावत मुंबई अध्यक्ष ने कहा कि श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा की ओर से बनने वाले ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ जैनोलॉजी एंड प्राकृत भवन का भूमि पूजन शनिवार दोपहर कआचार्य कुमुदनंदी महाराज एवं मुनि आर्षकीर्ति महाराज, मुनि शुभम सागर महाराज,मुनि सक्षम सागर महाराज, आर्यिका संगममती माताजी के ससंघ सानिध्य में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विधि महाविद्यालय के पास समारोह पूर्वक हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी ने की।

मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी, विशिष्ट अतिथि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, दशा हुमड़ समाज के अध्यक्ष दिनेश खोड़निया, सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलसचिव सी. आर. देवासी, यूसीएसएसएच के अधिष्ठाता प्रो. सी.आर. सुथार, सुखाड़िया विश्वविद्यालय के भूसंपत्ति अधिकारी राकेश जैन, नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी, निर्माण समिति के अध्यक्ष ताराचंद जी भारतीय प्राकृत स्कालर्स सोसायटी प्रो. प्रेम सुमन जैन, प्राकृत महाकवि डॉ. उदयचंद्र जैन, जैन विद्या एवं प्राकृत विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. जिनेंद्र जैन सहित जैन समाज के कई श्रावक गण मौजूद थे।

समारोह के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन अतिथियों ने किया। ग्लोबल महासभा के अध्यक्ष जमनालाल लाल जैन हपावत ,मुकेश गोटी, भूपेंद्र चौधरी,नाथूलाल जैन भवरलाल मुंडलिया ,वीरेंद्र जैन, ज्योति बाबू जैन अशोक शाह महेन्द्र टाया ने अतिथियों का तिलक माल्यार्पण मोठड़ा पहनाकर स्वागत किया। नेता प्रतिपक्ष एवं शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने समारोह में प्राकृत भवन के लिए 30 लाख रूपए विधायक मद से देने की घोषणा की।साथ ही सुमतीलाल दुदावत ,उदय चंद जैन ,ताराचंद जैन, पुष्कर वेलावत लक्ष्मीलाल बोहरा सुरेश संघवी कमल दोषी कनकमल जैन भगवती लाल रजावत सुरेश हपावत भंवरलाल गोटी कल्याण मल जैन माणकचंद जैन मांगीलाल जैन अशोक शाह राजेश देवडा ने एक लाख ग्यारह हजार रुपए ग्लोबल महासभा की पेट्रोन सदस्यता के लिए देने की घोषणा की। आचार्य कुमुदनंदी महाराज ने कहा कि प्राकृत भाषा हमारी प्राचीन भाषा है। महामंत्र णमोकार और विभिन्न जैन दर्शन के पुराने ग्रंथ, धर्म शास्त्र प्राकृत भाषा में लिखे गए हैं। प्राकृत भाषा भवन बनने से प्राकृत भाषा का संरक्षण संवर्धन और प्रचार प्रसार होगा। सभी संतो के मंगल प्रवचन पश्चात अतिथियों ने संबोधित किया। ग्लोबल महासभा अध्यक्ष जमना लाल हापावत ने शीघ्र ही प्राकृत भाषा भवन निर्माण करने हेतु आश्वस्त करते हुए ग्लोबल महासभा की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया। प्रो ज्योति बाबू और सुमत जैन ने कार्यक्रम का संचालन किया। प्राकृत समय पुस्तिका का विमोचन अतिथियों ने किया। यह जानकारी अनिल स्वर्णकार ने दी।
