सविदा कर्मियों को नियमित करने के लिए बीकानेर शिक्षा निर्देशालय के बाहर पाँचवे दिन धरने पर
उदयपुर,ओमप्रकाश सोनी । विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ के जिलाध्यक्ष उदयपुर दिनेश सिंह बूटडेचा ने बताया कि यह सरकार का कैसा अजब खेल संविदा से फिर संविदा पर रखा उसमें भी हजारों भाइयों को अपात्र कर दिया । राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र बजट घोषणा पत्र में नियमित करने का वादा किया उसी के ऊपर पिछले 4 वर्षों से राजस्थान सरकार संविदा कर्मियों को नियमित करने के ऊपर काम कर रही थी। जिसमें बीडी साहब की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई जिसमें कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कैबिनेट में पेश की और बाद में सरकार ने संविदा रूल्स 2022 बनाया और समस्त विभागों में कार्यरत संविदा कर्मियों को नियमित करने की घोषणा की । इसी के चलते 2 विभागों में कार्यरत शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग काम करने वाले 24000 ग्राम पंचायत सहायको को संविदा सेवा रूल्स 2022 में अडॉप्ट कर स्क्रीनिंग के माध्यम से नियमित करने का फार्मूला तय किया। वर्तमान में राजस्थान में 110000 संविदा कर्मी कार्यरत है जिसमें पंचायती राज विभाग शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग आदि में कार्यरत है। 34000 पदों पर शिक्षा विभाग में संविदा कर्मियों को अडॉप्ट करने का गजट नोटिफिकेशन जारी किया इसके बाद बीकानेर शिक्षा निदेशालय से 24000 पंचायत सहायकों के लिए विद्यालय सहायक पद पर शिक्षा सहयोगी व पैरा टीचर्स के लिए पाठशाला सहायक का पद सर्जरी कर नियुक्ति देनी थी । लेकिन इसमें भी सरकार ने पेच फंसा दिया और जहां पूर्व में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों को अनुभव को देखते हुए नियुक्ति देनी थी। वहां पर आयु की समस्या बताकर पात्र और अपात्र पता कर हजारों साथियों को नियुक्ति से वंचित कर दिया । इसी के चलते उदयपुर जिले में कुल पंचायत सहायक शिक्षा सहयोगी व पैराटीचर समेत 1750 संविदा कर्मी कार्यरत थे उसमें से मात्र 1291 नियुक्ति प्रदान की गई । बड़े दुख की बात है कि सरकार ने समस्त कार्यरत संविदा कर्मियों को नियमित करने का वादा किया उसके बाद भी हमें धोखे में रखकर संविदा कर्मियों के साथ धोखा किया । 15 से 20 वर्षों से कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का कांग्रेस सरकार ने गला घोट दिया 2007 से विद्यार्थी मित्र के रूप में काम करने के बाद 2017 में विद्यार्थी मित्रों को पंचायत सहायक बनाया गया उसमें भी हमारे 6000 भाई वंचित रहे जो आज दिन तक नहीं लग पाए उसके बाद 2017 से 2022 तक लगातार पंचायत सहायक स्कूलों और पंचायतों में अपनी सेवा देने के उपरांत जब विद्यालय सहायक पद पर नियुक्ति मिल रही है तो उसमें आयु संबंधी समस्या बताकर आज 24000 साथियों में से 7000 पंचायत सहायकों को नियुक्ति नहीं मिल पाई । जबकि नोटिफिकेशन में स्पष्ट आयु संबंधी लिखा हुआ था कि जो साथी 25 से 40 साल की उम्र के अंदर नहीं आ रहा है जो 40 साल से आयु पार हो चुका है उसको शीतलन देकर राहत प्रदान की जाएगी। 40 वर्ष आयु पुरुष आरक्षण 5 वर्ष तथा महिला आरक्षण 10 का प्रावधान है उसके बाद भी कोई अगर आयु पार है और उसको नियुक्ति नहीं मिल रही है तो सरकार ने स्पष्ट नोटिफिकेशन में कहा है कि आपको शीतलन देकर नियुक्ति दी जाएगी पूरे राजस्थान में नियुक्ति आदेश जारी हो चुके हैं लेकिन जो अपात्र अभ्यर्थी है उनको अभी तक नियुक्ति का इंतजार है। मुख्यमंत्री जी और राजस्थान की कांग्रेस सरकार से निवेदन करना चाहते हैं कि अतिशीघ्र हम सबको शीतलन देकर विद्यालय सहायक पद पर नियुक्ति प्रदान करावे वर्तमान में हमारा धरना 12 दिसंबर 2022 से बीकानेर निदेशालय के सामने प्रारंभ हो चुका है।
पूरे राजस्थान के कोने कोने से पंचायत सहायक बड़ी संख्या में बीकानेर पहुंच रहे हैं जब तक सरकार समस्त पंचायत सहायकों को शीतलन देकर नियुक्ति प्रदान नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा अब पंचायत सहायक आर पार की लड़ाई लड़ेंगे, सरकार ने हमें खूब धोखा दिया सरकार ने समस्त पंचायत सहायकों को भ्रम में रखा सरकार ने संविदा से संविदा में विद्यालय सहायक पद पर 10400 रुपए की वेतन पर रखा
पंचायत सहायकों का पूर्व में वेतन 7920 रुपए
विद्यालय सहायक पद पर मिलेंगे 10400
राजस्थान में कुल 23765 पंचायत सहायक
उदयपुर में कार्यरत पंचायत सहायक 1564
नियक्ति मिली 1291
अपात्र 271
अगर विद्यालय सहायक पद पर
सरकार ने अतिशीघ्र समस्त ग्राम पंचायत सहायकों को विद्यालय सहायक पद पर शीतलन देकर नियुक्ति नहीं दी तो आंदोलन का उग्र रूप दिया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी ।
