हम ओबीसी अपने हक के लिए लड़ रहे हैं,किसी के विरोध में नहीं – ओबीसी अधिकार मंच राजस्थान
- टीएसपी के चार जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपर,प्रतापगढ़ तथा उदयपुर में कांग्रेस का एक भी जिला अध्यक्ष ओबीसी वर्ग से नहीं
- भारतीय जनता पार्टी में भी ओबीसी वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व नहीं
उदयपुर,नितेश पटेल । ओबीसी अधिकार मंच राजस्थान बांसवाड़ा द्वारा ओबीसी प्रतिभा तथा जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ओबीसी अधिकार मंच के संरक्षक नाथू लाल पाटीदार,मुख्य अतिथि स्वतंत्रता सेनानी धूलजी भाई भावसार की पुत्री कृष्णा भावसर,विशिष्ट अतिथि महिपाल पाटीदार मादलदा थे ।कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे कम उम्र में खेलने वाले क्रिकेटर मीत भावसार,आर्मी में लेफ्टिनेंट बनने पर मनन कंसारा,असिस्टेंट प्रोफेसर बनने पर दीप्ति कलाल,लांस नायक के पद से सेवानिवृत सैनिक हेमंत राज भोई, भरत कंसारा बांसवाड़ा वाले फेसबुक ग्रुप का उपरना ओढ़ाकर तथा भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया गया।साथ ही स्वतंत्रता सैनानी चंदन देवी सुनार की पुत्र वधू साधना सोनी, स्वतंत्रता सैनानी धुलजी भाई भावसार की पुत्रियां भारती भावसार और कृष्णा भावसार का,स्वतंत्रता सैनानी पूनमचंद सोनी के पुत्र वीरेंद्र सोनी को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पार्षद गोविंद गुर्जर,सुरेश कलाल,प्रह्लाद सिंह राव,दीपिका भावसार,कल्पेश सेवक,सेवालाल कलाल,निलेश सोनी,राजेंद्र गहलोत, संतोष दर्जी रंजीता श्रीमाल,पूनम बाथम का भी उपरना ओढ़ाकर तथा सावित्री बाई फुले की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में अमित पाटीदार ने बताया कि हम अपने हक के लिए लड़ रहे हैं,हमें किसी और वर्ग से कोई समस्या नहीं है। महिपाल पाटीदार मादलदा ने ओबीसी आरक्षण को लेकर विस्तार से बताया कि किस तरह की परिस्थितियों में वी पी सिंह सरकार में ओबीसी आरक्षण लागू हुआ लेकिन आज भी उस आरक्षण में कई विसंगतियां रह गई जिस वजह से हमें आज भी आरक्षण नहीं मिल रहा है।टीएसपी में ओबीसी वर्ग को धोखे में रखकर आरक्षण की व्यवस्था की गई।महिपाल पाटीदार ने कहा कि हमें 50% आरक्षण नहीं चाहिए,हमें टीएसपी में हमारा 21% संवैधानिक आरक्षण चाहिए। कार्यक्रम में पार्षद नटवर तेली ने कहा कि हर आंदोलन 4 चरणों से गुजरता है पहले उपहास फिर उपेक्षा फिर तिरस्कार और फिर दमन।यह आंदोलन अभी चौथे चरण में आ चुका है,यह जो रुकावट आ रही है यही मंजिल का रास्ता तय करेगी और हम हर रुकावट को दूर करने में ओबीसी अधिकार मंच के साथ खड़े हैं। पार्षद जाहिद अहमद सिंधी ने बताया कि राजस्थान में ओबीसी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री वार्ता कर रहे हैं लेकिन टीएसपी में ओबीसी आरक्षण को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है।मुख्यमंत्री को टीएसपी में हो रहे ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय का संज्ञान लेकर समाधान करना चाहिए। प्रवक्ता लोकेंद्र गुर्जर ने बताया कि राजस्थान में एमबीसी को 5% आरक्षण है जो 70 से ज्यादा शहीद होने के बाद और कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में मिला लेकिन उस आरक्षण से टीएसपी के एमबीसी वर्ग को वंचित रखा गया है।यहां का एमबीसी वर्ग यह सोचने पर मजबूर हो गया है कि क्या वह लड़ाई हमारी नहीं थी? वह लोग जो गुर्जर आंदोलन में शहीद हुए,क्या वह हमारे अपने नहीं थे ?
संदेश कलाल ने सोशल मीडिया पर सभी ओबीसी वर्ग को ओबीसी अधिकार मंच की मांगों के लिए समर्थन करने का आह्वान किया।
नगर अध्यक्ष लक्ष्मीकांत भावसार ने अपने उद्बोधन में बताया ओबीसी वर्ग में आने वाली जातियां मेहनती तथा कर्मशील है और देश के उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देती है।ओबीसी को आरक्षण की व्यवस्था सामाजिक तथा शैक्षणिक पिछड़ेपन के आधार पर की गई है ना की आर्थिक आधार पर।
आज भी ओबीसी वर्ग में आने वाली जातियां सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ी हुई है इसलिए ओबीसी को संवैधानिक आरक्षण मिलना चाहिए।
डॉ नरेश पटेल संयोजक ओबीसी अधिकार मंच ने कहा कि हम किसी भी राजनीतिक दल के ना ही पक्ष में है ना ही विरोध में हैं लेकिन हम चाहते हैं कि सभी राजनीतिक दल ओबीसी को उसकी उपयुक्त और सही स्थान दें। टीएसपी के चार जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपर,प्रतापगढ़ तथा उदयपुर में कांग्रेस का एक भी जिला अध्यक्ष ओबीसी वर्ग से नहीं है जिस वजह से ओबीसी वर्ग की मांग और उसके संवैधानिक आवाज दबा दी जाती है। भारतीय जनता पार्टी में भी ओबीसी वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व नहीं है राज्यसभा में टीएसपी से एक बार जनरल के व्यक्ति तथा एक बार जनजाति वर्ग से भेजा गया लेकिन आज तक ओबीसी वर्ग को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया।
देश के प्रधानमंत्री ओबीसी वर्ग से आते हैं,राजस्थान के मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से आते हैं लेकिन फिर भी ओबीसी की जातिगत जनगणना नहीं हो रही है,यह देश का बड़ा दुर्भाग्य है।टीएसपी क्षेत्र में ओबीसी वर्ग की जनसंख्या 21 से 25% होने के बावजूद भी ओबीसी के साथ अन्याय किया जा रहा है,आज जरूरत है हम सभी को अपनी राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर एक मंच पर अपने अधिकारों के लिए एक मंच पर आने की जरूरत है।
नाथूलाल पाटीदार संरक्षक ओबीसी अधिकार मंच में बताया कि मुख्यमंत्री से भेंट करने के लिए कई बार समय मांगा गया लेकिन आज तक किसी न किसी वजह से मुख्यमंत्री महोदय हमें समय नहीं दे पाए जिस वजह से हमारी मांगों को उचित पटल पर नहीं रखा जा सका।
कार्यक्रम के अंत में डॉ नरेश कुमार पाटीदार ने आभार व्यक्त किया। तथा अन्य ओबीसी वर्ग की प्रतिभाओं का उपारना ओढ़ाकर तथा सावित्रीबाई फुले की तस्वीर भेंटकर सम्मान किया गया।सभी उपस्थित प्रतिभाओं ने तथा जनप्रतिनिधियों ने ओबीसी की संवैधानिक मांगों के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में ओबीसी समाज से गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।जिसमें पन्ना लाल कलाल,अमित सोनी,महेश पंचाल,शाहिद मंसूरी,हर्षित कंसारा, रायचंद भोई,जगन्नाथ तेली आदि प्रमुख उपस्थित थे।