उदयपुर में पुलिसकर्मी और अफसरों ने नहीं खेली होली,डीपीसी से प्रमोशन की मांग को लेकर किया बहिष्कार
उदयपुर में इस बार होली के दूसरे दिन शनिवार को पुलिसकर्मियों ने होली नहीं खेली। पुलिस लाइन के जिस गार्डन में पुलिसकर्मी झूमते-नाचते हुए जश्न मनाते थे। वहां आज पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। गार्डन में गुलाल के कुछ पैकेट रखे थे और साउंड सिस्टम भी लगाया गया लेकिन वहां गुलाल से खेलने वाला कोई नजर नहीं आया। वहीं साउंड सिस्टम को भी वापस रवाना कर दिया गया। आमतौर पर हर साल पुलिसकर्मी होली के दूसरे दिन पुलिस लाइन सहित विभिन्न थानों में होली का जश्न मनाते हैं लेकिन इस बार यह जश्न नहीं मनाया जा रहा।

दरअसल, राजस्थान सरकार की ओर से पुलिसकर्मियों की मांगें नहीं माने जाने के कारण उन्होंने होली खेलने का बहिष्कार किया है। हर साल यहां कॉन्स्टेबल से लेकर सीआई, एसपी और आईजी तक जश्न में डूबे नजर आते थे। यहां सामूहिक होली का जश्न मनाया जाता है। हिंदी, पंजाबी और लोक गीतों पर थिरकते थे।

पुलिसकर्मियों ने बताया कि डीपीसी से प्रमोशन उनकी प्रमुख मांग है। कॉन्स्टेबल से हैड कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल से एएसआई, एएसआई से एसआई और एसआई से सीआई के प्रमोशन को लेकर डीपीसी नहीं हो रही है। ऐसे मे पुलिसकर्मियों की मांग है कि अन्य विभागों की तरह उनके पुलिस महकमे में भी डीपीसी के तहत प्रमोशन दिया जाना चाहिए। इसके अलावा वेतन विसंगति को लेकर मांगें है।
