राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन का भव्य शुभारंभ,प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन में हजारों शिक्षकों ने भाग लेकर रचा नया इतिहास
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षा विभाग में स्थानांतरण बोर्ड परीक्षा के बाद करने का आश्वसन दिया
चित्तौड़गढ़,डीपी न्यूज़ नेटवर्क,कन्हैयालाल मेनारिया । शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन का उद्घाटन आज चित्तौड़गढ़ जिले के प्रसिद्ध सांवलिया धाम के मीरां रंगमंच पर हजारों शिक्षकों की उपस्थिति में हुआ। सम्मेलन के संयोजक कैलाश चंद सुथार एवं जिला अध्यक्ष पूरणमल लोहार ने बताया कि उद्घाटन समारोह के अतिथि मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एवं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर थे। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने की। उद्घाटन समारोह के मुख्य वक्ता क्षेत्रीय प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राजस्थान के निंबाराम , विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के महेंद्र कुमार कपूर, राजस्थान अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संगठन मंत्री घनश्याम रहे। उद्घाटन समारोह में कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्यां, जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ आलोक रंजन सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सम्मेलन सहसंयोजक रमेश चंद्र पुरोहित एवं तेजपाल सिंह शक्तावत ने बताया कि मंचासीन अतिथियों का प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी द्वारा मेवाड़ी परंपरा से स्वागत किया गया। प्रतिवेदन का वाचन प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने किया। जिला संगठन मंत्री डॉ हीरालाल लोहार ने बताया कि सम्मेलन में राजस्थान के में कोने कोनेसे से हजारों की संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे एवं मीरा रंगमंच का पांडाल खचाखच भर गया तथा दाएं और बाएं हजारों कुर्सियां लगाई गई तथा पूरे गोवर्धन रंगमंच एवं मीरा रंगमंच के बीच में हजारों की संख्या में एलईडी के माध्यम से शिक्षक उद्घाटन समारोह के झलकियां देखते हुएं साक्षी रहे। उद्घाटन समारोह के मुख्य वक्ता निंबाराम क्षेत्र प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राजस्थान ने अपने वक्तव्य में पंच परिवर्तन को लेकर विषय रखा, पंच परिवर्तन के माध्यम से समाज में परिवर्तन होना चाहिए जिसमें सामाजिक सद्भाव, सामाजिक समरसता ,पर्यावरण, स्वदेशी ,कुटुंब प्रबोधन सहित बिंदुओं को विविध उदाहरणों से रेखांकित किया। भोजन को भगवान का प्रसाद माना गया है। उन्होंने कहा कि संविधान से देश चलेगा । एक राष्ट्र एक भाव को लेकर परंपरागत व्यवसाय व भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना ,हम भारतीयों का परम कर्तव्य है। हम प्रकृति की पूजा करने वाले हैं ।हमारा सनातन धर्म है ,हम पर्यावरण संरक्षण कर सभ्यता और संस्कृति को अक्षुण्य बनाएं।

राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने राजस्थान के कोने-कोने से आए हजारों शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा में संस्कारों का समावेश होना बेहद जरूरी है, जिस देश का नागरिक संस्कारित होता है वह देश सकारात्मक मार्ग पर सदैव प्रगति करता रहता है ।भारत देश विश्व का गुरु है । सभी को दिशा देकर दशा बदल देता है, साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र हित को ध्यान में रखते हुए शिक्षक अध्यापन के साथ-साथ समाज के लिए बेहतर काम करते हुए आदर्श प्रस्तुत करें और प्रेरणा श्रोत बने । शिक्षा मंत्री ने स्थानांतरण पदोन्नतियां वेतन विसंगतिया सहित कहीं मुद्दों पर सकारात्मक रूप अपनाते हुए बोर्ड परीक्षा के बाद स्थानांतरण की बात कही। उन्होंने कहा कि 51 स्कूलों का नाम शहीदों के नाम पर कर दिया गया है । दिलावर ने कहा कि पिछली सरकार द्वारा बिना अध्यापक, बिना भवन, बिना बुक्स, बिना फंड के बिना सोचे समझे खोले गए महात्मा गांधी स्कूलों से हिंदी मीडियम की बालिकाओं को बहुत नुकसान हुआ है । इनकी समीक्षा बहुत जरूरी है इस हेतु कमेटी का गठन कर दिया गया है, सरकार ने बालकों को सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का शैक्षणिक भ्रमण करवाने का निर्णय लिया है।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब मैं कभी आप शिक्षकों के अधिवेशन में आता हूं तो मुझे लगता है कि मैं अपने परिवार में आ गया ,अपनेपन की अनुभूति के साथ ही शैक्षिक परिवार की परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए हम अन्य कर्मचारियों की तरह नहीं है शिक्षक समाज का पथ प्रदर्शक होता है । राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की अहम भूमिका होती है ।शिक्षक ही समृद्ध भारत, श्रेष्ठ नागरिक, श्रेष्ठ भारत का निर्माण करता है , देवनानी ने शिक्षकों से नारा लगवाया- ” मन लगाकर करेंगे काम- काम के लेंगे पूरे दाम”
राष्ट्रहित में करेंगे काम काम के लेंगे पूरे दाम ,देशहित पहले समाज हित बाद में है। प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में शिक्षकों की लंबित समस्याओं का प्रतिवेदन रखते हुए स्थानांतरण, पदोन्नतियां ,वेतन विसंगतिया दूर करने तथा संगठन को मान्यता देने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति दिलाने सहित अनेक ज्वलंत मुद्दे सदन के सम्मुख रखें तथा सभी का आभार प्रकट किया। पंडाल में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर एवं विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के भाषण के दौरान भारत माता की जय शिक्षक संघ राष्ट्रीय जिंदाबाद के नारे गूंजते रहे। उद्घाटन समारोह का संचालन प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने किया। उद्घाटन समारोह से पूर्व श्रद्धेय जयदेव पाठक व्याख्यान माला का आयोजन हुआ। जिसके मुख्य वक्ता राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के महेंद्र कुमार कपूर रहे, अध्यक्षता शिक्षक संघ राष्ट्रीय के संरक्षक उमराव सिंह ने की ।व्याख्यानमाला कार्यक्रम का संचालन प्रदेश के अतिरिक्त महामंत्री योगेश कुमार शर्मा ने किया। मंच पर कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर मौजूद रहे। मुख्य वक्ता महेंद्र कपूर ने संगठन के पथ प्रदर्शक संस्थापक जयदेव पाठक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विचार रखें। शिक्षा राष्ट्र का निर्माण करती है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अनुकूल शिक्षार्थी बने।समारोह में प्रदेश कार्यकारिणी के संपत सिंह अरुणा शर्मा, अभयसिंह राठौड़, रवि आचार्य बजरंगलाल मजेजी,प्रहलाद कुमार शर्मा,देवलाल गोचर ,सुंदरलाल जैन, डॉ.ॠषिन चौबीसा ,अशोक कुमार ,रमेशचन्द्र पुरोहित, मदनलाल जोशी ,जिला अध्यक्ष पूरणमल लोहार ,डॉ.हीरालाल लुहार, तेजपालसिंह शक्तावत, तेजकरण शर्मा,सुनील भारद्वाज, सहित शिक्षक संघ राष्ट्रीय के स्थाई समिति सदस्य ,प्रदेश कार्यकारिणी पदाधिकारी ,उदयपुर जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह झाला, मंगल कुमार जैन हेमंत मेनारिया, गोपाल मेहता सहित
राजस्थान के समस्त जिला अध्यक्ष जिला मंत्री तथा समस्त उपशाखाओं के अध्यक्ष मंत्री मौजूद रहे। राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ।
