उदयपुर : अनजान नंबर से मिस्ड कॉल देख गुस्साए पति ने पत्नी की गला घोटकर हत्या कर पेड़ से लटकाया ; गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज़ करवा 7 दिन तक पुलिस को किया गुमराह
पत्नी के फोन में अनजान नंबरों से आए मिस्ड कॉल देखें तो अफेयर के शक में पति ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। किसी को उस पर शक ना हो इसके लिए पति ने उसकी लाश को जंगल में पेड़ से लटका दिया। वह हफ्तेभर तक पुलिस को चकमा देता रहा। लेकिन, सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। मामला उदयपुर जिले के फलासिया थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने शनिवार शाम आरोपी पति को गिरफ्तार किया है। उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पति ने ही अपनी पत्नी की हत्या की और गुमशुदा होने की सूचना दी थी। पुलिस ने छानबीन की तो उसकी गतिविधि संदिग्ध लगी। इसके बाद जब सख्ती की तो उसने सारा राज उगल दिया।
पति ने ही दर्ज कराई थी गुमशुदगी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजना सुखवाल ने बताया कि फलासिया के गोदावाड़ा निवासी धनराज ननोमा ने 24 मई को फलासिया थाने में रिपोर्ट दी थी। इसमें जताया था कि पत्नी मांगीबाई (28) के बीच आपसी मनमुटाव होने से वह रात में बिना बताए कहीं चली गई। आसपास तलाश भी की लेकिन कुछ पता नहीं चला।
इस बीच 26 मई को किसी ने सूचना दी कि जंगल में पेड़ पर किसी महिला की लाश लटकी है। वहां जाकर देखा तो वह लाश मांगीबाई की ही थी। पति ने पुलिस को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति पत्नी की हत्या कर लाश को पेड़ पर लटका दिया। मामले की जांच के लिए खेरवाड़ा डिप्टी महावीर सिंह शेखावत के सुपरविजन मे फलासिया थानाधिकारी सीताराम के नेतृत्व में टीम का गठन कर जांच शुरू की।
पुलिस को पति पर ही शक हुआ
इस मामले में पुलिस ने मृतका के पति धनराज की गतिविधियां संदिग्ध होने पर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की। धनराज ने बताया- 23 मई की रात वह अपनी पत्नी का फोन देख रहा था। उसे फोन में एक अनजान नंबर से आई कई मिस्ड कॉल नजर आई। पूछने पर पत्नी हाथ से फोन छीनने लगी और नाराज हो गई। इसके बाद धनराज ने उसका फोन अपने पास रख लिया। 23 की ही रात को पत्नी घर से चली गई। धनराज ने तलाश किया तो नहीं मिली।
हत्या कर पेड़ से लटकाया
धनराज ने पूछताछ में बताया- अगले दिन जंगल में तलाश करने गया तो पत्नी जंगल में बैठी थी। वहां पर इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया और मैंने उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को पेड़ से लटका कर घर चला गया। पति ने कहा कि पत्नी के चरित्र पर शक था इसलिए गुस्से में उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने धनराज को गिरफ्तार कर लिया। टीम में थानाधिकारी सीताराम के साथ कालुलाल, विक्रम, निलेश, जगदीश, मुकेश कुमार, जसोदा और गजेन्द्र सिंह शामिल थे।
