सलूंबर विधायक ने कॉपरेटिव डिपार्टमेंट में घोटाले की शिकायत की,5 पेज के लेटर में 17 अलग अलग शिकायत, एसीबी से जांच करने की मांग
सलूंबर (Salumber ) भाजपा विधायक (MLA) अमृतलाल मीणा ने उदयपुर के कॉपरेटिव डिपार्टमेंट में घोटाले (fraud ) की शिकायत की है। मामले को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO OFFICE)से आदेश भी जारी हो गया है। मीणा ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) भजनलाल शर्मा को दी पांच पेज की शिकायत में 17 पॉइंट दिए जिसमें अलग-अलग विषयों को लेकर शिकायत की गई है। सलूंबर विधायक की शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने कॉपरेटिव डिपार्टमेंट के शासन सचिव को एक नोट भेजकर कहा कि विधायक की शिकायत में जो घोटाले का जिक्र किया है उसकी जांच कराई जाए। साथ ही इस पर की जाने वाली कार्रवाई से विधायक को अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को भी अवगत कराए।

पांच पेज में इन अधिकारियों की लिखित शिकायत की
- अतिरिक्त रजिस्ट्रार प्रेम प्रकाश मांडोत
- उप रजिस्ट्रार जयदेव देवल
- थोक भंडार महाप्रबंधक राजकुमार खांडिया
- कॉपरेटिव प्रबंध निदेशक आलोक चौधरी
- निरीक्षक विनोद कोठारी
- मुख्य प्रबंधक कन्हैयालाल
- प्रबंधक बैंक मीना नेभनानी
विधायक ने शिकायतों में ये बताया गड़बड़झाला
- उदयपुर कॉपरेटिव बैंक की लसाड़िया, धरियावद, सराड़ा, सलूंबर, भींडर ब्रांचों में फसल बीमा की राशि ऋण वितरण राशि से अधिक आती जो सदस्यों को नहीं मिला। ऋण पेटे समायोजन कर पुन ऋण वितरण
- सराड़ा शाखा के जावद लेम्पस में फर्जी ऋण वितरण दिखाकर फर्जी ऋण माफी 2018 में करा दी, दस्तावेज तक फर्जी लगाए गए।
- राजसमंद जिले में करीब 70 ट्रैक्टर और करीब 100 गोदाम का निर्माण कराया गया जिसमें लाखों रुपए की कमीशनखोरी
- उदयपुर सहकारी उपभोक्ता थोक भंडार में दो करोड़ से अधिक की खरीदारी बतातकर स्वच्छ जल परियोजना में बिना टेंडर कीट की सप्लाई व्यापारी से मिलीभगत
- फर्जी टैक्सियों के बिल लगाकर गड़बड़ियां
- चौकीदारों के फर्जी बिल
इस संबंध में सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा ने मुख्यमंत्री से कहा कि सहकारिता विभाग में करप्शन को लेकर जो शिकायत उनकी है उसकी जांच विभाग से नहीं करवा कर सीधे एसीबी से कराई जाए। मुख्यमंत्री के नाम विधायक के अलावा भाजपा देहात किसान मोर्चा के मीडिया प्रभारी वालचंद सुथार ने भी शिकायत भेजी। उन्होंने भी 17 प्वाइंट का जिक्र करते हुए एसीबी से जांच कराने की मांग की। वे बोले कि ये गंभीर मामले है ऐसे में विभाग से जांच कराना ठीक नहीं है, एसीबी से ही करानी होगी। ट्रैक्टर को लेकर भी फर्जीवाडा हुआ है। इस संबंध में उदयपुर जिले के भाजपा विधायकों को भी शिकायत देते हुए अवगत कराया।
