सलूंबर जिले में शामिल करने का विरोध,सेकडो ग्रामीण बसों में भर पहुंचे सागवाड़ा,जिलाध्यक्ष को सोपा ज्ञापन
आसपुर से रिपोर्टर प्रवीण कुमार कोठारी
एक और मुख्यमंत्री बजट भाषण में सलूंबर को जिला बनाए जाने को लेकर कई लोगो को खुशी है तो कई लोगो को आज भी नाराजगी दर्ज करवा रहे है । जिसे लेकर शनिवार देर शाम करीब 10 ग्राम पंचायतों के ग्रामीण बसों में भर कर सागवाड़ा कांग्रेस जिलाध्यक्ष के पास पहुंचे ।और कहा की हमे डूंगरपुर में ही रहना है ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश खोड़निया को ग्राम पंचायतों से पहुंचे लोगो ने ज्ञापन सौप कर बताया की हाल ही में बनकोड़ा को उप तहसील का दर्जा दिया गया है । इस उपतहसील में करीब 10 ग्राम पंचायतें आती है । इस ग्राम पंचायतों की दूरी डूंगरपुर की करीब 30 से 35 किमी होती है। जबकि यदि इन पंचायतों को सलूंबर में डाल दिया जाता है तो इसकी दूरी 50 से 60 किमी होती है। डूंगरपुर हमारे परिचित जिले की श्रेणी में आता है ।और सलूंबर जाने से हमे हर तरह से नए संबंध स्थापित करने होंगे। ऐसे में हमारी कतिसौर,लीलवासा,बनकोड़ा, मोवाई, पारडा थूर,बड़लिया, काठडी, गलियाना,नेपालपुरा,खलील सहित कई पंचायतों के ग्रामीण सलूंबर जिले में शामिल नहीं होकर डूंगरपुर में ही रहना चाहते है ।
इस पर जिलाध्यक्ष खोड़निया ने कहा की 26 जून को मुख्यमंत्री सलूंबर जिले में आम सभा के दौरान इस ज्ञापन को सोपा जायेगा । इस मांग को बता कर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया ।वही बनकोड़ा को पीएचसी से सीएचसी में क्रमोन्नत करने की भी मांग की है । इस मांग को लेकर करीब 10 बसों,टैक्सी , कारो में भरकर ग्रामीण सागवाड़ा पहुंचे है । जहा रेली के रूप में कांग्रेस कार्यालय पहुंचे । इस अवसर पर नेपालपुरा सरपंच रमेश मीणा , बनकोड़ा सरपंच जेकी मीणा ,कांग्रेस नेता भवरलाल रेबारी,प्रवीण चौबीसा ,गजेंद्र मालवी, वालजी पाटीदार,बसंत रावत सहित सेकडो की तादाद में ग्रामीण मौजूद रहे ।
