पूर्व सेशन जज नीलमचंद साँखला बनें जैन कवि संगम के संरक्षक
उदयपुर । पूर्व जिला एवं सेशन न्यायाधीश तथा छत्तीसगढ़ मानवाधिकार आयोग के सदस्य वरिष्ठ साहित्यकार व कवि श्री नीलमचंद जैन सांखला ने जैन कवि संगम के संरक्षक पद के लिए अपनी स्वीकृति संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्रपाल जैन एवं राष्ट्रीय महामंत्री जगदीप जैन “हर्षदर्शी” को एक सत्संग-भेंट में दी ।

राष्ट्रीय महामंत्री जगदीप जैन “हर्षदर्शी” ने अपने प्रतिष्ठान पर भावभीना स्वागत कर श्री सांखला को प्रतीक-चिह्न व साहित्य अर्पण कर अभिनन्दन किया ।
श्री साँखला ने जैन कवि संगम की बहुआयामी साहित्यिक गतिविधियों की अन्तर्मन से प्रशंसा व्यक्त करते हुए अपनी ओर से भरसक सहयोग व मार्गदर्शन देने की भावना प्रकट की । उल्लेखनीय है कि श्री नीलमचंद साँखला मूर्धन्य साहित्यकार व कवि हैं । आपकी पुस्तकें व विडियो प्रकाशित-प्रसारित हुए हैं ।