पुलिस जवानो को ही किया समाज से बहिष्कृत, पीड़ित पुलिस जवानो ने ली पुलिस कप्तान की शरण, पुलिस थाना खेरवाडा में हुआ समाज के पंचो के विरुद्ध मुकदमा दर्ज

उदयपुर । राजस्थान पुलिस में ही कार्यरत उदयपुर जिले में अपने सेवाए दे रहे पुलिस जवान मीरा कुमार सालवी, कारछा (खुर्द) खेरवाडा एवं उनके दोनों पुलिसकर्मी पुत्र मुकेश सालवी एवं कमलेश सालवी एवं सामाजिक बहिष्कार से पीड़ित लालुराम पुंजाजी सालवी, छाणी, खेरवाडा द्वारा संयुक्त रूप से एडवोकेट नरेन्द्र कुमार जोशी एवं अशोक डांगी के मार्फत जिला पुलिस अधीक्षक, उदयपुर खड़क क्षेत्र सालवी (बुनकर) समाज संस्थान- खेरवाडा के रजिस्टर्ड अध्यक्ष हीरालाल लालाजी सालवी, निवास- छाणी, कार्यवाहक अध्यक्ष अमृतलाल पन्नाजी सालवी, निवास – फूटाला, कोषाध्यक्ष बृजमोहन नाथूलाल पछोला, निवास पहाडा एवं समाज के अन्य पदाधिकारी के विरुद्ध समाज से बहिष्कृत कर हुक्का पानी बंद कर दिए जाने पर उचित कानूनी कार्यवाही की मांग की, पीड़ित पुलिस जवानो के एडवोकेट नरेन्द्र जोशी ने संवाददाता को बताया की खड़क क्षेत्र सालवी (बुनकर) समाज संस्थान- खेरवाडा के उपरोक्त आरोपीगण द्वारा समाज के व्हाट्सअप ग्रुप बुनकर समाज खेरवाडा बैठक आयोजन मेसेज प्रसारित करा आर के एकेडेमी खेरवाडा में सामाजिक बैठक आयोजित कर पीड़ित पुलिस के जवानो एवं उनके परिवारजन को समाज से बहिष्कृत करते हुए हुक्का पानी बंद कर दिए जाने का फरमान जारी कर दिया और यह भी निर्धारित किया गया की यदि समाज का जो व्यक्ति प्राइनके साथ बोल चाल, सामाजिक व्यवहार रखेगा या सामाजिक कार्यक्रम में आमंत्रित करेगा तो उस व्यक्ति को न केवल आर्थिक दंड अधिरोपित किया जाएगा अपितु उस को भी समाज से बहिष्कृत कर
दिया जाएगा । समाज की मुख्य धारा से अलग कर नारकीय जीवन जीने को विवश इन पीडितो द्वारा कोई कानूनी कार्यवाही न करने का सोच कई बार समाज में शामिल किये जाने बाबत निवेदन किया और अंतत: एडवोकेट नरेन्द्र जोशी के माध्यम से समाज को विधिक सूचना पत्र भी प्रेषित किया किन्तु समाज के तुगलकी पंचो द्वारा इनको समाज में पुन: नही लिया गया, जारी तुगलकी फरमान के पश्चात समाज में कई कार्यक्रम हुए जिसमे इन्हें वंचित कर दिया गया और न ही समाज का कोई व्यक्ति इनसे बातचीत कर रहा है क्यूंकि प्रत्येक व्यक्ति को यह भय है की उन्हें भी समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा । चूँकि पुलिस जवान पुलिस विभाग में कार्यरत है समाज के पंचो द्वारा यह दबाव डाला जाता रहा है की यदि उन पर कोई कार्यवाही की जाती है तो समाज द्वारा उन्हें किन्ही झूठे मुकदमो में फंसा दिया जाएगा, जिस कारण समाज से बहिष्कृत का दंश झेल रहे इन जवानो ने जिला पुलिस अधीक्षक की शरण की मामले की गंभीरता देख जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस थानाधिकारी- खेरवाडा को त्वरित एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही करने के आदेश दिए, अनुसंधान अधिकारी कर्णवीर सिंह द्वारा पीडितो के बयान दर्ज कर अनुसंधान कार्यवाही जारी कर दी गई है ।

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