खबर का असर : खबर छपते ही मावली बिजली विभाग हरकत में, उपभोक्ता को मिला न्याय
मावली,(डीपी न्यूज) । मावली नगर के बिजली विभाग और ठेकेदार की बड़ी लापरवाही को लेकर 6 अक्टूबर को प्रकाशित खबर का तत्काल असर देखने को मिला है। खबर छपने के बाद आनन-फानन में विभाग ने उपभोक्ता का नया और सही बिल जारी कर दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शुरुआत में की गई गलती जानबूझकर की गई थी।
क्या था मामला?
मावली नगर के उदयपुर रोड स्थित स्वर्गीय लक्ष्मी लाल सोनी के मकान पर 11 सितंबर को ठेकेदार योगेंद्र ने स्मार्ट मीटर लगाया था। मीटर लगाते समय ही उसमें 229 यूनिट की रीडिंग दर्ज थी, जबकि मकान में उस समय कोई उपस्थित नहीं था।
उपभोक्ता के पुत्र ओमप्रकाश ने इस विसंगति के बारे में ठेकेदार से बात की, जिस पर उसने बहाना बनाया कि “यह मीटर गलती से दूसरी जगह लग गया था।” इसके बाद उन्होंने बिजली विभाग के सहायक अभियंता हरि शंकर से संपर्क किया। सहायक अभियंता ने भी गलती मानते हुए आश्वासन दिया था कि यह रीडिंग बिल से काट दी जाएगी।
25 दिन तक टालमटोल
उपभोक्ता ओमप्रकाश का आरोप है कि आश्वासन देने के बावजूद करीब 25 दिनों तक सहायक अभियंता और ठेकेदार दोनों उन्हें टालमटोल करते रहे। अक्टूबर में जब बिजली का बिल आया, तो उसमें पूरी 229 यूनिट की रीडिंग जोड़ी गई थी, जिससे ओमप्रकाश को बड़ा झटका लगा।
डीपी न्यूज पर प्रकाशित खबर
स्मार्ट मीटर घोटाला? 229 यूनिट की गलती का खामियाजा भुगत रहा उपभोक्ता; बिल सुधारने के बजाय विभाग ने झाड़ा पल्ला
https://youtu.be/5JEOfeQzPPo?si=zmb0wjRGk2z_w97n
खबर छपते ही विभाग हरकत में
इस लापरवाही और टालमटोल को लेकर 6 अक्टूबर को मीडिया में खबर प्रकाशित हुई। खबर प्रकाशित होने के तत्काल बाद, 6 अक्टूबर को ही विभाग ने उपभोक्ता का नया और सही बिल जनरेट कर दिया।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब उपभोक्ता 10 अक्टूबर को बिल जमा करवाने के लिए गया। उपभोक्ता ने कहा कि इस त्वरित कार्रवाई से यह साबित होता है कि यह लापरवाही मिलीभगत का परिणाम थी। विभाग को पता है कि ज्यादातर उपभोक्ता नया मीटर लगने के बाद शुरुआती रीडिंग पर ध्यान नहीं देते, जिसका फायदा उठाकर यह गड़बड़ी की गई थी।
