पौष अमावस्या पर सांवलिया सेठ के दरबार में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब
उदयपुर । प्रख्यात कृष्णधाम सांवलियाजी में भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर पर पौष अमावस्या पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। शुक्रवार को भगवान श्री सांवलिया सेठ के दो दिवसीय मासिक मेले के दूसरे दिन कृष्ण पक्ष अमावस्या को हजारों श्रृद्धालुओं ने सांवलियाजी पंहुचकर श्री सांवलिया सेठ के दर्शन किए। शुक्रवार प्रातः ओसरा पुजारी ने भगवान श्री सांवलिया सेठ की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान करवाकर आकर्षक व भव्य श्रृंगार धारण करवाया।

ठाकुरजी के इस विशेष श्रृंगार में ठाकुरजी के सर पर स्वर्ण मुकुट, मुकुट पर मोरपंख, भाल पर केसरयुक्त चंदन का तिलक लगाकर स्वर्ण जडीत पोशाक धारण करवाकर, गुलाब के पुष्पों की माला पहनाकर तथा सुगंधित द्रव्य अर्पित करके श्री सांवलिया सेठ को यह विशेष श्रृंगार धारण करवाया गया। शुक्रवार को प्रातः से ही भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर्शनार्थ सैकड़ों श्रृद्धालु पदयात्रा करते हुए व विभिन्न वाहनों से सांवलियाजी पंहुचने लगे जिन्होंने कतारबद्ध होते हुए ठाकुरजी के दर्शन किए। शुक्रवार को भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर्शनार्थ श्रृद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें लगी। श्रृद्धालुओं ने कतारबद्ध होते हुए ठाकुरजी के दर्शन किए।
इधर वर्षों पूरानी परम्परा के अनुसार श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के द्वारा शुक्रवार को विशाल ब्रह्मभोज का आयोजन किया गया। कस्बा स्थित देवकी सदन धर्मशाला परिसर में विशाल ब्रह्मभोज का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों श्रृद्धालुओं ने पंहुचकर भगवान का महाप्रसाद ग्रहण किया। इधर क्षेत्र के प्रमुख तीर्थ स्थल अनगड बावजी में भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे यहां पर धूणा चेतन कर अपनी आस्था प्रकट की। वही प्राकट्य स्थल मंदिर में दिनभर श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही। इसके अलावा आसावरा माता भदेसर भेरुजी में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही