बांसड़ा में 26 को श्री हनुमान जी के एवं 27 को श्री चारभुजा जी के अन्नकूट महोत्सव, 56 तरह के व्यंजनों का धराया जायेगा भोग
बांसडा,कन्हैयालाल मेनारिया । उदयपुर जिले की भींडर पंचायत समिति क्षेत्र का पहला गांव हैं बांसड़ा जहां पर श्री हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से प्रतिवर्ष दीपावली के दूसरे दिन खेंखरा मनाने की परंपरा है खेंखरा के दिन ही श्री हनुमान जी को ( अन्नकूट ) 56 भोग छप्पन तरह की मिठाइयों से बनाया गया भोग धराया जाने की परंपरा क्षेत्र में निरंतर निभाई जा रही है । गांव के पंचायत समिति सदस्य भरतकुमार व्यास बांसड़ा ने बताया कि बांसड़ा गांव में इस क्षेत्र का सबसे बड़ा त्योहार खेंखरा पारंपरिक त्योहार के रूप में मनाया जाता है, इस दिन सभी किसान अपने-अपने बेल लेकर गांव के विभिन्न चौराए जिसमें निचली पोल में, ऊपर ली पोल के चारभुजा जी मंदिर चौक में एवं जाट समाज एवं मंदिर से जुड़े अन्य समाज का श्री राधाकृष्ण मंदिर के पास चौक में बेल भड़काने की परंपरा वर्षों से निभाई जा रही है ।

परंतु अब किसानों के पास मशीनीकरण के कारण ट्रेक्टर एवं अन्य आधुनिक संसाधन होने से किसानों से बैल रखने छोड़ दिया है फिर भी परंपरा को जीवंत रखने के लिए कुछ किसानों द्वारा आज भी बैलों को लाकर परंपरा को निभाई जा रही हैं । यहां पर गांव के युवा पुरुष एवं क्षेत्र के कई पटाखा प्रेमी है जो हजारों की संख्या में लाखों के पटाखे जलाते हैं एवं फोड़ते हैं जिससे बैल भड़कते हैं और बेल भड़ककर अपने अपने घरों को चले जाते हैं । गांव की सभी बहु, बहन–बेटी जो भी ससुराल होती वह सभी विशेष इस दिन को अपने गांव बांसड़ा आती हैं । गांव में इस दिन प्रत्येक घरों में मिठाई एवं व्यंजन बनाए जाते हैं । इस वर्ष से श्री चारभुजा जी को भी 56 भोग धराये जाने का मेनारिया समाज बांसड़ा के सम्मानित समाजजनों ने लिया निर्णय । श्री हनुमान जी को छप्पन भोग खेंखरे के दिन धराया जाता आ रहा है ।

मेनारिया ब्राह्मण समाज के समाजजनों द्वारा भी निर्णय लिया गया कि इस वर्ष खेंखरे के ठीक दूसरे दिन यानी 27 अक्टूबर को श्री चारभुजा जी को भी छप्पन भोग धराया जाएगा एवं भोग लगाने के बाद विशाल आरती होगी । एवं आरती के तुरंत बाद सभी को महाप्रसाद वितरण किया जाएगा । इस वर्ष विशेष रोशनी की आभा से श्री चारभुजा जी मंदिर एवं श्री हनुमान जी मंदिर की चमक दमक देखते ही बनती हैं । श्री हनुमान जी मंदिर को विशेष पांडाल एवं रोशनी से सुसज्जित कर सजाया गया है । आपको बता दें कि इस वर्ष सूर्य ग्रहण के चलते दोनों जगह अन्नकूट महोत्सव 24 की बजाय 25 एवं 26 को आयोजित होना है ।